Thursday, December 2, 2010

तुम्हारे जाने के बाद..

बंदिशोसे सूर बेह्गये, तुम्हारे जाने के बाद..

हम कुछ इस तरह बरबाद हो हे है, तुम्हारे जाने के बाद..

तेरे कहने पर मुस्कुरा तो हम दिये..

फिजायें अनसुनिसी हर बात कर रही है, तुम्हारे जाने के बाद..

बेखबर वो फकीर, प्यार की दुहाई दे गया..

मुहोब्बत के मारे हम बन रहे है, तुम्हारे जाने के बाद..

अंदाज--बयाँ अब बेहकासा होगया,

हर बार फिरसे उलझ रहे है, तुम्हारे जाने के बाद..

मंजिल मेरी तेरे गम के अंधेरोमे दफ्न होगयी,

दर्द के सैलाब से हम लिपट रहे है, तुम्हारे जाने के बाद..

रूह की रुकसत से मौत नहीं आती..

सरे आम हम रुसवा हो रहे है, तुम्हारे जाने के बाद..

आज फिरसे दिल तुम्हे दुवा दे गया..

दिल में अब भी एक चुभन हो रही है, तुम्हारे जाने के बाद..

--वैशाली

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